स्ट्रोक के कारण कॉर्टेक्स के कुछ हिस्सों को हुए नुकसान से बोलने की क्षमता अवरुद्ध हो सकती है; फिर भी, कुछ मरीज अपनी भाषा के मानसिक संसार को वैकल्पिक भावनात्मक, लिम्बिक मार्गों से व्यक्त करने में सक्षम होते हैं — वे जो कहना चाहते हैं, उसे गा सकते हैं।\nकॉर्टेक्स और लिम्बिक प्रणाली अविभाज्य हैं क्योंकि कई न्यूरल फाइबर उन्हें जोड़ते हैं।\nमहत्वपूर्ण यह है कि ये फाइबर द्विदिश संचार सुनिश्चित करते हैं: लिम्बिक प्रणाली कॉर्टेक्स से “बात” करती है, केवल उसका पालन नहीं करती।\nविचार और भावना के बीच की झूठी द्वैधता को दक्षिण कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के न्यूरोलॉजिस्ट एंटोनियो डेमासियो के क्लासिक कार्य डेसकार्ट्स’ एरर में उजागर किया गया है।\n